मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ वैक्सीनेशन का दूसरा चरण सोमवार को शुरू हो गया। भोपाल में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने जेपी अस्पताल में टीका लगवाया। जबलपुर में संतों ने टीका लगवाया तो ग्वालियर में सांसद का 12 बजे तक इंतजार किया गया। सांसद को पहला टीका लगाए जाने के बाद अभियान शुरू किया गया।
भोपाल में 15 स्थानों पर टीकाकरण शुरू हुआ। जेपी अस्पताल को गुब्बारे और फूलों से सजाया गया है। यहां स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी को पहला टीका लगाए जाने के बाद आमजन को टीका लगाना शुरू किया गया।
जबलपुर के 9 अस्पतालों में टीकाकरण शुरू हो गया है। जिला अस्पताल विक्टोरिया में स्वामी अखिलेश्वरानंद, श्यामा देवाचार्य और अन्य संतों ने वैक्सीन लगवाकर आमजन को जागरूक किया। टीकाकरण केंद्रों पर उत्साह के साथ लोगों की भीड़ हैं।
ग्वालियर में सोमवार को 12 बजे बाद टीकाकरण शुरू किया गया। ग्वालियर में सांसद विवेक शेजवलकर को पहला टीका लगाया जाना था और वे 12 बजे पहुंचे। इस वजह से बुजुर्गों को बाहर बैठाया गया है। यहां टीकाकरण शुरू नहीं हुआ जबकि बुजुर्गों को 10 बजे बुला लिया गया था। इस बीच बुजुर्गों के बीच कतार में धक्का-मुक्की चलती रही। यहां ऐप पर रजिस्ट्रेशन शुरू नहीं होने की वजह से यह समस्या आई। ग्वालियर-चंबल अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जेएएच में टीका लगने के इंतजार में सीनियर सिटीजन बैठे रहे। यहां कंप्यूटर तक नहीं लगाया गया, जिसकी वजह से टीकाकरण से पहले की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। 12 बजे सांसद ग्वालियर विवेक शेजवलकर को पहला टीका लगाया गया।
इंदौर में सोमवार सुबह 10 बजे आम नागरिकों के लिए टीकाकरण शुरू हो गया। सुबह 9 बजे ही अस्पतालों में लोग पहुंचकर रजिस्ट्रेशन कराया। 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और 45 से 59 साल के उम्र के ऐसे लोगों को टीका लगाया जा रहा है, जिन्हें शुगर, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां हैं। निजी टीकाकरण केंद्रों पर टीकाकरण का 250 रुपए देने पड़े रहे हैं, जबकि सरकारी टीकाकरण सेंटर पर यह फ्री है।
इंदौर में शासकीय पीसी सेठी अस्पताल, सिविल हॉस्पिटल महू, महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, अरबिंदो मेडिकल कॉलेज, इन्डेसक मेडिकल कॉलेज, चोइथराम हॉस्पिटल, मेडिकेयर हॉस्पिटल में टीकाकरण किया जा रहा है।
उज्जैन में 50 साल की उम्र से ऊपर के आम लोगों को कोविड-19 का टीकाकरण सोमवार सुबह 10 बजे शुरू हुआ। जिले के 10 सेशन साइट पर टीके लगाए जा रहे हैं। 1 घंटे में करीब 50 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं।