नगर निगम गढ़ा जोन कार्यालय में ठेके पर टिप्पर वाहन (कचरा वाहन) चलाने वाले कर्मी ने ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने वीडियो बनाकर परिजनों को भेजा था। वीडियो में उसने कार्यालय में पदस्थ सीएसआई और सुपरवाइजर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। घटना से आक्रोशित परिजन ने बुधवार को पीएम के बाद आगा चौक पर शव रखकर प्रदर्शन किया। वे दोनों आरोपी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे थे।
उजारपुरवा निवासी केशव नारायण (26) नगर निगम गढ़ा जोन के अंतर्गत कचरा वाहन ठेके पर चलाता था। कचरा वाहन का ठेका मंसूर अली के पास है। मंगलवार को केशव सुबह 11 बजे घर से ड्यूटी निकला था। उसने गढ़ा जोन कार्यालय में 47 और 09 सेकंड के वीडियो बनाकर परिजन को भेजा है। इसमें उसने रोते हुए बताया है कि कार्यालय में पदस्थ सीएसआई प्रतेश और सुपरवादजर अछिया कोरी प्रताड़ित करते हैं। वह चार साल से ठेके पर कार्यरत था। साढ़े छह हजार रुपए वेतन मिलता था। दोनों के कहने पर उसे निकाल दिया गया। अब दो छोटे बच्चे, पत्नी व बीमार मां की देखभाल कैसे कर पाऊंगा। दोनों अधिकारियों ने उसके साथ मारपीट भी की।
फिर ट्रेन के सामने कूद गया
वीडियो भेजने के बाद वह भेड़ाघाट के बसा रेल ट्रैक पर पहुंचा। वहां ट्रेन के सामने कूद गया। वीडियो मिलने के बाद घबराए परिजन लार्डगंज थाने पहुंचे। इसके बाद केशव नारायण की खोजबीन शुरू हुई। ट्रेन से एक युवक के कटने की सूचना पर पहुंचे परिजन ने कपड़ों के आधार पर शव की पहचान की।
पीएम के बाद परिजन ने शव रखकर किया प्रदर्शन
बुधवार को केशव नारायण का पीएम के बाद दोपहर शव घर लाया गया। घटना से आक्रोशित परिजन ने आगा चौक पर शव रख कर करीब एक घंटे तक प्रदर्शन किया। मांग थी कि मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए। वहीं, पीड़ित परिवार की स्थिति को देखते हुए आर्थिक मदद दी जाए। मौके पर पहुंचे एसडीएम अधारताल ऋषभ जैन और सीएसपी कोतवाली ने परिजनों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
कई थानों का बल बुलाया गया
प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर कोतवाली, विजय नगर, संजीवनी नगर, लार्डगंज, मदनमहल थाने की पुलिस व्रज वाहन के साथ मौजूद रही। जाम के चलते रानीताल चौक का ट्रैफिक जहां डायवर्ट करना पड़ा। वहीं, दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। लार्डगंज मामले में मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है। सीएसपी दीपक मिश्रा के मुताबिक केशव नारायण द्वारा भेजे गए वीडियो तमिल में है। उसका हिन्दी अनुवाद कर दोषियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का प्रकरण दर्ज होगा।
ठेकेदार ने दी 50 हजार की मदद
ठेकेदार मंसूर अली की तरफ से पीड़ित परिवार को 50 हजार की आर्थिक मदद दी गई है। वहीं, जिला प्रशासन की ओर से अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाली राहत राशि दी गई है। केशव नारायण की पत्नी अनिला ने रोते हुए कहा कि उसके पति की मौत के लिए दोषी अधिकारियों को भी बर्खास्त किया जाए। तब वे किसी की नौकरी छिनने का दर्द समझेंगे।
दो छोटे बच्चों और बीमार मां की थी जिम्मेदारी
केशव नारायण (28) के पिता चंद्र केशव नगर निगम में सफाईकर्मी थे। बचपन में ही केशव नारायण और उसके भाई के सिर से पिता का साया उठ गया था। मां लक्ष्मी को आश्रित में नौकरी मिली है। पर वह बीमार रहती है। केशवनारायण के ऊपर ही बीमार मां, पत्नी अनिला, बेटी यशस्वी (5), बेटा जय चंद्रा (3) की जिम्मेदारी थी। मां लक्ष्मी ने रोते हुए कहा कि अब मेरा और मेरे पोते-पोतियों को कौन संभालेगा।